Wednesday, October 16, 2013

इन्हें अपनी पासबुक में दर्ज़ कर लीजिये ...और रूपये भी ख़ुद के पास ही रख लीजिये


नंगलाल की नौकरी बैंक में कैशियर के पद पर उसी बैंक में लग गई

जिसमे उसके पिता रंगलाल का खाता था । मौके का फायदा उठाने

के लिए रंगलाल कुछ फटे-पुराने नोट ले गया जमा कराने, लेकिन

नंगलाल ने वे नोट स्वीकार नहीं किये ।


नंगलाल : ये नोट बदलिए........

रंगलाल : क्यों क्या खराबी है ?

नंगलाल : फटे हुए हैं

रंगलाल : तो मैं कौनसा तुम्हारे खाते में जमा कर रहा हूँ, ख़ुद के

ही खाते में तो डाल रहा हूँ, जैसे हैं वैसे ही डाल दो.........

नंगलाल : तो मेरी क्या ज़रूरत है आपको ? अपने हाथों से ही

इन्हें अपनी पासबुक में दर्ज़ कर लीजिये ...और रूपये भी ख़ुद के

पास ही रख लीजिये ...ही ही ही


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