परम निरादरणीय झाडूवाल ! तुझे यह जान कर अपना घिसा हुआ झाड़ू अपने ही माथे पर मारने का मन हो रहा होगा क्योंकि मेरी बात बिलकुल सच निकली - आज सुबह ही मैंने पोस्ट लगाई थी कि अब आपकी पिटाई होने वाली है और शाम होते होते संगम विहार में एक महिला ने तमाचा जड़ ही दिया
हा हा हा ये मत समझना कि तमाचा केवल एक पट्ठे के पड़ा है सच तो ये है कि तमाचा तुम्हारी पूरी चांडाल चौकड़ी पर पड़ा है ,,,और फिर ये तो श्रीगणेश है, बोहनी भर है,,,,आगे आगे देखिये पिछवाड़ा कितना लाल होता है
बेटा तुमने उड़ती उड़ती देखी है, अब फँसेगी तब पता चलेगा कि निकलना कितना मुश्किल होता है
वैसे महिलाओं से मेरा सादर अनुरोध है कि इन्हें तमाचा मारने के बजाय इनके चुनाव चिन्ह से ही मारिये तो खड़का भी पूरा होगा और दर्द भी ,,,हा हा हा
जय हिन्द !
अलबेला खत्री
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